कैसे करें Aloevera को बीमारियों में इस्तेमाल?
आयुर्वेद में इसे घृतकुमारी, ग्वारपाठा आदि नाम है, भारत में इसका बहुत आमतौर पर प्रयोग होता है क्योकि इसमें औषधीय गुण बहुत हैं, इसीलिए इसको “First Aid Plant” भी बोलते हैं. आप मात्र Aloe से ही बहुत सारे रोगों को कण्ट्रोल कर सकते है.
Aloe
को आयुर्वेद में संजीवनी कहा गया है त्वचा की देखभाल से लेकर, बालों की
खूबसूरती तक और घावों को भरने से लेकर शरीर की सुरक्षा तक, इस चमत्कारिक
औषधि का कोई जबाब नहीं. यही नहीं बिगड़ी लाइफस्टाइल से बढ़ते मोटापे (Obesity
) को भी कण्ट्रोल करता है.
Aloe
के उपयोग करने से मोटापे होगी मुक्ति, BP कन्ट्रोल रहेगा, बैलेंस रहेगा
शुगर, नहीं होगी गैस की प्रॉब्लम, और निखरेगा चेहरे का रंग. शरीर में कहीं जख्म हो जाये तो उसको जल्दी ठीक करता है, Blood Purify करता है, पाचन
और दीपन को ठीक करता है. Lever के लिए बहुत अच्छा है. Jaundice की अचूक औषधि
है.
Aloe
में अनेक प्रकार के लगभग 70-75 प्रकार के पोषक तत्व मौजूद हैं जैसे
Nutrients, Amino Acid, Vitamins, A, E,C, Zinc, Magnesium , Calcium,
Minerals, Protein, anti oxidants पाए जाते हैं, ये शरीर की Power को
बढाता है, शरीर की क्रियाओं को Nutrition प्रदान करता है इसलिए इसका उपयोग
आयुर्वेदिक औषधियां बनाने में किया जाता है.
Aloe
की 2-3 चम्मच को सुबह खाली पेट लें तो आपके कई प्रकार के रोग दूर हो
जायेंगे कब्ज, कोलायटीस, IBS, मोटापा, लीवर आदि की कमजोरी को ठीक करता है.
स्किन
के सभी रोगों जैसे कील मुहासे खाज खुजली में फायदेमंद, बालों
Dendruff,झाड़ना, गिरना पकना आदि के लिए वरदान है बालों में लगा भी सकते
हैं, इसको नेचुरल मोइस्चोरायजर के रूप में भी इस्तेमाल कर सकते हैं,
Colestrol को कम करता है, जोड़ों के दर्द में भी लाभदायक है. Body की थकान
को कम करता है और Energy Level को बढाता है कमजोरी (Weakness) दूर करता है.
इसको
सामान्य Tonic के रूप में सेवन किसी भी मौसम में कर सकते हैं बिना रोग के
भी इसे प्रयोग किया जा सकता है इससे रोग प्रतिरोधक शक्ति भी बढती है और
रोगों से बचाव भी होता है.

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