Saturday 17 February 2018

सफेद बालों को काला करने के उपाय


बाल काले करने के लिए कुछ  खास Remedy-


*सफ़ेद बालों को काला बनाने के लिए रोजाना Desi Ghee को बालों में लगाना चाहिए 

मंहदी पावडर में थोड़ी सी चाय पत्ती, 5 ग्राम आंवला और रीठा पाउडर मिलाएं। इसके बाद इसमें नींबू, दो चम्मच दही , थोड़ा  सा  Coconut oil और कत्था मिला  लें। इन सबको लोहे की कढ़ाई का में ही मिलाएं। इस Paste  को 8 घंटे के लिए रखा रहने दें। इसके बाद Paste  को अपने बालों पर लगाएं। एक घंटे के बाद बाल धो लें। ऐसा करने से आपके बाल एक महीने में ही काले होने लग जाएंगे। 

• आंवले  का सेवन लगातार करने से  आपके सफेद बाल काले होने लगेंगे।

• तिल का तेल को हर रोज बालों में लगाएं। यह बालों को सफेद होने से रोकने के लिए काफी उपयोगी होता है। अगर तिल के तेल का सेवन करें तो इसका फायदा जल्द ही आपको दिखाई देगा। 

• Onion  Paste  बालों में लगाने से काफी फायदा होता है। कुछ महीने तक यह करते रहने से सफेद बाल काले होने लगते हैं।  

• अपनी Diet में  Almond, अखरोट, मछली आदि का सेवन अधिक से अधिक करना चाहिए। 
• मीठा नीम  बालों के लिए भी काफी लाभदायक होता है। करी पत्ते में काफी पौषक तत्व होते हैं।

होली के रंगों से आंखों को Safe रखें ,ऐसे ?


Holi के दिन अगर आपके आंखों या बालों में रंग चला जाए तो यह  काफी परेशानी कर सकता है।इसीलिए जब Holi के रंग आंखों में चले जाए तब क्या करें ? 

क्या करें अगर Holi का रंग आंख में चला जाए 

*अगर किसी कारण से आंखों में Holi का रंग चला जाए तो रंग वाले हाथों से आंख ना छूए, हाथ धोने के बाद ही आंखों को छुएं। आंखों को मसलने से समस्या और अधिक बढ़ सकती है। 

*Rose water  से आंखो को ठंडक मिलती है। इसलिए अगर आंखों में रंग चला जाए तो ठंडे पानी के साथ आंखों में Rose water  की कुछ बूंदे भी डालनी चाहिए। 

*Holi खेलने से पहले आंखो के आसपास Cream लगानी चाहिए ताकि Holi  का रंग यहां से आसानी से हट जाए। 

*Holi खेलते समय एक Trendy चश्मा पहनना आपको आंखों से बचाने के साथ आपकी Personality  को भी निखारेगा। 

*Holi के बाद नहाते या मुंह धोते समय आंखे बंद रखें ताकि रंग आंखों में ना पहुंचे। कई बार बाल धोते हुए आंखों में रंग चला जाता है। 

*Holi के दिन बाहर यात्रा करने से बचें। 

*Holi खेलते हुए लोगों से पहले ही आग्रह करें कि आंखों पर रंग ना लगाया जाए। 

*Holi  खेलते हुए आंखों में Lance  ना लगाएं। 

Holi पर रंग कैसे छुड़ाए ?


Holi की सारी मस्ती तभी आती है जब आपके शरीर पर लोग  रगड़ रगड़ कर Colour लगाते हैं और जब  इन  रंगों को उतारते हैं तो ये उतरने का नाम नहीं लेते ।  सारे रंग Chemical  युक्त होते हैं और ये रंग Skin  को काफी नुकसान देते हैं। यह Skin  को Dry  कर देते हैं और कभी कभी तो लाल चकते के निशान भी डाल देते  हैं। 

 कुछ आसान घरेलू उपायों से आप इन जिद्दी रंगों से छुटकारा पा सकते हैं। आइए जानें Holi  के रंग छुड़ाने की आसान विधियां : 

-Holi  के बाद नहाने के समय ठंडे पानी का प्रयोग करें Hot Water  से कई बार रंग और पक्का हो जाता है इसलिए गर्म की जगह ठंडा पानी ही  इस्तेमाल करें. 

-Holi खेलने से पहले  पूरी तैयारी करके निकलें, बालों और चेहरे पर कोई  Cream  या Oil  लगाएं , इसे लगाने से रंग ज्यादा देर तक चेहरे पर नहीं टिकता।  बालों पर भी  Oil लगा लें। 


-Face  या Body  के किसी हिस्से पर ज्यादा रंग लग जाए तो उस जगह बेसन, दही और गुलाबजल को मिलाकर बनाया गया Paste  लगाए। कुछ देर तक जब हल्का सूख जाए तो वहां Rub  करके Wash कर  लेना चाहिए। 
-Face  पर Holi का अधिक रंग लग जाए तो मुल्तानी मिट्टी का लेप लगाना चाहिए जो ना सिर्फ रंग उतारने में मदद करेगा बल्कि आपके Face  को भी सुंदर बनाएगा। 

-नींबू में मौजूद Citric acid  में रंग या अन्य Chemicals को काटने की क्षमता होती है। Holi  के दिन नींबू और शहद का लेप लगाकर उस जगह को धोने से रंग जल्दी छूट जाता है। 

-जलन से बचने के लिए : Holi  के दिन Low Quality  के रंगों से Face पर जलन होने लगती है जिससे बचने के लिए शहद और गिलिसरीन का लेप लगाना चाहिए। 

-बालों से रंग छुड़ाने के लिए : अंडे को बालों पर लगाकर 30 मिनट तक छोड़ दें और फिर हल्के Shampoo से धो लें। इससे बाल मजबूत और Silky  होते हैं।  बालों से Color  निकालने के लिए Lemon और Baking Soda का भी प्रयोग किया जा सकता है। 

क्या ना करें: 
•    गर्म पानी से नाहाना  नहीं 
•    फेस पर ब्लीच ना करें 
•    शरीर को ज्यादा ना रगड़े  

जानें सपनों का मतलब?


Jyotish  शास्त्र के अनुसार हर Dream  का मतलब  होता है। कुछ सपनें हमारे Future  से तो कुछ बीते हुए पल की कहानी कहते हैं। स्वप्न  की व्याख्या या स्वप्न फल  के बारें में मत्स्य पुराण में बताया गया है। 

कब और कौन से स्वप्न  होते हैं पूरे 

मत्स्य पुराण के अनुसार: 
-सपना अच्छा दिखा हो तो। अच्छे स्वप्न  के बाद उठकर  मंदिर जाना  चाहिए और सबसे जरूरी अच्छे सपने किसी से चर्चा नहीं  चाहिए।

-सूरज उगने से कुछ पहले यानि सुबह के समय  देखे गए सपने का फल 10 ​दिनों में सामने आ जाता है।

-माना जाता है कि रात के पहले पहर में देखे गए स्वप्न  का फल 1 Year बाद, दूसरे पहर में देखे सपने का फल 6 month  बाद आता है।

-तीसरे पहर में देखे सपने का फल 3 month  बाद और आ​खिरी पहर के स्वप्न  का फल 1  month  में सामने आता है। ​

-दिन के देखे गए सपनों को नजरअंदाज कर देना  चाहिए।

क्या करें जब बुरा सपना आए?

Matsy Puran  के अनुसार बुरा सपना आए तो:

-सबसे पहले तो Bad Dream  आए तो सुबह उठते ही सपना जरूर बता देना चाहिए।

-इसके बाद स्नान कर के भगवान  का ध्यान करते हुए Tulsi  के पौधे को पानी देना चाहिए। पानी देते समय Tulsi  के पौधे के सामने अपना सपना कह देना चाहिए।

Friday 16 February 2018

क्यों है सबसे अहम् ये राज्य ?

105 साल का हुआ बिहार, जानें इतिहास…
Bihar राज्य अपना 105 वां स्थापना दिवस मना रहा है। बिहार Bengal से अलग होकर एक नया State बना था। 2010 से हर साल 22 मार्च को बिहार दिवस के रूप में मनाया जाता है।

Bihar के गौरवशाली इतिहास के साथ स्वर्णिम भविष्य और विकसित वर्तमान ही हर बिहारी का सपना है। हर बिहारी को इस पर नाज है। सबसे ज्यादा युवा यहाँ से Banks और अन्य सरकारी नौकरियों में जाकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं। सड़कें और बिजली के मामले में आज Bihar कई अन्य राज्यों से काफी अलग निकल चुका है। इसका का श्रेय सरकार के साथ यहाँ के मेहनती नागरिकों खास कर युवाओं को जाता है।

Bihar के इतिहास पर नज़र डालें तो शिक्षा में बिहार का कोई मुकाबला नहीं था। Nalanda और विक्रमशिला जैसे ज्ञान के सबसे बड़े केंद्र Bihar में मौजूद हैं। शून्य देने वाले आर्यभट से लेकर नीति बताने वाले चाणक्य की भूमि बिहार प्रतिभा के मामले में काफी उपजाऊ रही है। बात चाहे स्वतंत्रता संग्राम की हो या JP आन्दोलन की Bihar ने हर तरह से देश की आजादी, प्रगति और विकास में अपना योगदान दिया है। Bihar के गौरवशाली इतिहास को कुछ शब्दों में समेटना बहुत मुश्किल है।

Bihar Day  के उपलक्ष्य पर आज Bihar की कुछ खास बातें-

-महात्मा गाँधी का आन्दोलन बिहार के चंपारण से शुरू हुआ था।
-भारत के पहले राष्ट्रपति Rajendra Prasad बिहारी थे।
-बिहार के राजा Ashok के बनाए अशोक Pilar ने देश को अशोक चक्र दिया।
-बिहार ने दुनिया को महान गणितज्ञ आर्यभट्ट दिया।
-चाणक्य दिया जिन्हें अर्थशास्त्र का ज्ञाता कहा जाता है।
-बिहार के भागलपुर को भारत की सिल्क सिटी के नाम से जाना जाता है।
-सबसे ज्यादा IAS, IPS सबसे ज्यादा आईआईटी देने वाला राज्य भी बिहार है।
-सबसे तेजी से विकास करने वाला राज्य है।
-स्नातक करने वाली लड़कियों के मामले में बिहार देश में सबसे आगे है।
-गेंहूं उत्पादन में बिहार पंजाब को भी पीछे छोड़ चुका है।
-बिहार देश के कुल मक्का उत्पादन में 85 और लीची उत्पादन में 71 फीसदी का योगदान देता है।

खोज निकाले डायनासोर के अंडे?

जानकारी के लिए बता दे, Gujarat के राइली को दुनिया की सबसे बड़ी Dinosaur हैचरी के रूप में जाना जाता है। रविवार को Alia Sultan Boby ने संबंधित गांव का दौरा भी किया, सुल्तान बाबी राययोली फोसिल पार्क के संरक्षण और नई खोजों पर काम करती हैं।

Dinosaur जो कई हजारों साल पहले विलुप्त हो गए थे, एक बार फिर चर्चा में आ गए है। गुजरात के Mahisagar जिले से Dinosaur के अंडे प्राप्त हुए है। Balasinor के राययोली से करीब 10 किमी दूर Muwada गांव में गांव के ही लोगों ने अण्डों को खोज निकाला है, इन अंडो को Dinosaur का बताया जा रहा है। बता दे, ये Eggs  गांव के एक घर  निर्माण में मिले हैं।

पहले तो गांव के लोगों को समझ में नहीं आया कि ये क्या है, लेकिन बाद में उन्होंने उस अजीब चीज की जानकारी Geological Survey of India (GSI) डिपार्टमेंट को दी। अभी ये कहना मुश्किल है कि ये अंडे Dinosaur के हैं या अन्य किसी विशाल जानवर के। Geological Survey of India (GSI) के Laboratory Test के बाद ही इस बात की पुष्टि हो पाएगी, तब तक कुछ भी कहना मुश्किल है। इस बात को बिना जांच के कहना इसलिए भी मुश्किल है, क्योंकि ये अंडे टूटे हुए है।

सस्ती कार ‘नैनो’ जल्द होगी बंद?

Nano कार शायद ही आपको अब Market में देखने को मिले। टाटा ने Nano को सबसे सस्ती कार के रुप में Launch किया था। अब इस कार के महीने के Production कम होने के कारण यह बंद होने की कगार पर है।

टाटा Nano को बंद करने का सबसे बड़ा कारण यह है कि इसका महीने का प्रोडक्शन और Sale घट  गई है। जिसे देखते हुए कंपनी इसे बंद करने का फैसला ले सकती है।  अधिकतर Dealers  ने पिछले तीन-चार महीनों में इस कार के Orders लेना भी बंद कर दिया है। 

टाटा मोटर्स ने Nano कार को 1 लाख रुपए की कीमत पर Launch  किया था। उसके बाद कपंनी ने इसकी कीमत बढ़ा दी। अभी इस कार की कीमत 2.25 लाख से 3.20 लाख रुपए (एक्स-शोरूम, दिल्ली) है।

टाटा Nano  की डिमांड Taxi सेगमेंट के तौर पर रह गई है। टाटा नैनो को टार्गेट से हिसाब से ही निर्मित किया जा रहा है। Main Focus  कंपनी की ज्यादा Demand  वाली कारों पर है।

28 नवंबर को टाटा मोटर्स Nano  का Electric  अवतार Launch  करेगी। इसे जाएम नियो नाम से लॉन्च किया जाएगा। इन कारों का पहला बैच जल्द ही सप्लाई किया जाएगा।

सड़कों पर फिर दौड़ेगी Ambassador कार?


भारतीय सड़कों पर एक बार फिर Ambassador कार दौड़ती हुई नजर आएगी। France की ऑटो विनिर्माता PSA Group जल्द ही भारत में अपना कामकाज शुरु करने वाला है। फ्रांस के PSA ग्रुप के पास प्‍यूजो, सिटरोएन और डीएस जैसे ब्रांड हैं। उसने भारत में Ambassador ब्रांड को खरीद लिया है और सीके Birla Group के साथ  साथ 50:50 फीसदी हिस्सेदारी वाला Joint Venture बनाया है।

आपको बता दें कि कंपनी ने अभी एंबेसडर ब्रांड को रिवाइव करने से जुड़े अपने प्लान का अधिकारिक खुलासा नहीं किया है। लेकिन, कंपनी ने इस Brand को खरीदने में जितना पैसा लगाया है, उससे लगता है कि अगर Company भारत में दोबारा Ambassedor बनाती है तो यह उसके लिए घाटे का सौदा नहीं होगा।

कंपनी ने Indian Market में अपनी पैठ जमाने के लिए फरवरी 2017 में 80 करोड़ रुपये में हिंदुस्तान मोटर्स से एंबेसडर ब्रांड खरीदा था और यह जल्द ही भारत में Ambassador कार बनाना शुरू कर सकती है।

पिछले साल नवंबर में PSA और CK बिड़ला ग्रुप ने तमिलनाडु के होसुर में अपने पावरट्रेन प्लांट के कंस्ट्रक्शन का काम शुरू किया है। इस ज्वाइंट वेंचर ने व्हीकल और पावरट्रेन मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स के लिए 700 करोड़ रुपये के इनवेस्टमेंट प्लान की घोषणा की है। पावरट्रेन प्लांट में शुरुआत में करीब सालाना 2 लाख यूनिट्स की मैन्युफैक्चरिंग कैपेसिटी होगी। Hosur का प्लांट 2019 की शुरुआत में चालू हो जाएगा।

 कंपनी अगले दो सालों में अपना ऑपरेशन भारत में पूरी तरह से शुरू कर देगी और ऐसी उम्‍मीद की जा रही है कि 2020 में कंपनी अपनी कारों को सड़कों पर उतार देगी। इस मामले से जुड़े सूत्रों के मुताबिक कंपनी की पहली कार हैचबैक होगी और इसके बाद Crossover स्‍टाइल को Launch किया जाएगा।

PSA के प्रवक्ता ने उस समय कहा था, ‘आप कल्पना कर सकते हैं कि यह नाम (एंबेसडर) PSA के लिए कितना अहम है, यह ब्रांड असल में एंबेसडर से ज्यादा मशहूर है।

क्या होता है एक सिगरेट पीने से ?

Cigarette के पहले कश के साथ ही Body में कई रासायनिक हलचलें होने लगती है.  Body पर कैसा असर करती है सिर्फ एक Cigarette.
गले में कफ/Cough
Smoke, Tar और Carbon Monoxide का मिश्रण गले में खराश पैदा करता है. लंबी नींद के दौरान Body इन नुकसानदायक Elements को बाहर निकालता है, यही वजह है कि Cigarette  पीने वालों को अक्सर सुबह सुबह कफ की शिकायत रहती है.

साइनस में रुकाव
एक Cigarette पीने के फौरन बाद नाक, आंख और माथे में मौजूद खोखले Sinus में बाधा आने लगती है. नाक हल्की बंद सी हो जाती है.

कान में फ्लूइड/द्रवीय 
पहली Cigarette पीने के साथ साथ कान की ग्रंथियों में Viscus Liquid  Material / मैल   जमा होने लगता है.

धड़कन तेज
पहली Cigarette पीने के साथ ही इंसान का दिल हर मिनट तीन बार ज्यादा धड़कता है. आम तौर पर दिल प्रति मिनट 72 बार धड़कता है, लेकिन Cigarette पीने वालों की धड़कन 75 प्रति मिनट हो जाती है. इससे इंसान जल्दी थकने लगता है.

फेफड़ों पर असर
करोड़ों छिद्रों की मदद से इंसान के फेफड़े हर दिन करीब 20 लाख लीटर हवा Filter करते हैं. लेकिन Cigarette के Smoke में मौजूद Tar कई छेदों को बंद कर देता है.

पेट पर असर
Cigarette आंतों में मौजूद अच्छे और जरूरी Bacteria पर भी बुरा असर डालती है. इसकी वजह से पोषक तत्वों की Processing कुछ देर के लिए थम जाती है. Smoking से पेट में Acid बढ़ जाता है.

दिमाग में बदलाव
Cigarette के धुएं के साथ Nicotine खून में घुलता है और इसका असर Mind पर भी होता है.MInd में आनंद का अहसास कराने वाला रसायन Dopomine रिलीज होता है. Cigarette की लत के लिए इसका रिसाव काफी हद तक जिम्मेदार है.

पानी में डूबी सबसे बड़ा गुफा?

गोताखोरों  के एक Group ने Mexico में पानी में डूबी दुनिया की  सबसे बड़ी  Cave  खोजी है। Cave 347 किलोमीटर लंबी  हैं चलिए इस गुफा में के बारे में बात करते हैं -

-14 साल का मेहनत
Mexico  को Yucatan  Island  के नीचे मिली यह Cave पानी में डूबी दो गुफाओं को जोड़ती है 14 साल की मेहनत और सैकड़ों घंटे की Duty  के बाद इसका  पता चल पाया है.
-Great Maya Aquifer
वैज्ञानिकों का मानना ​​है कि 10,000 से 12,000 साल पहले इन गुफाओं का उपयोग करने के लिए Maya साम्राज्य ने किया करता था। इसी वजह से प्रोजेक्ट को Great Maya Aquifer नाम दिया गया।

बदल गए नाम
साक आक्तुन/ "Sac Actun"  और  "Dos Ojos" गुफा के बारे में पहले से ही पता था. लेकिन Tulum शहर के पास मौजूद ये गुफाएं आपस में जुड़ी हैं, यह किसी को पता नहीं था. अब इस पूरे तंत्र को साक आक्तुन सिस्टम नाम दिया गया है.

जादुई नजारा
Maxico के इस इलाके में कुल 358 डूबी हुई गुफाओं वाले सिस्टम हैं. ताजा पानी से भरी ये गुफाएं कुल 1,400 वर्ग किलोमीटर में फैली हैं.

जोखिम भरी खोज
हर गोते में गोताखोरों के सामने सुरक्षित वापस लौटने की चुनौती थी. पानी से भरी गुफाओं में रास्ता भटकने या Oxygen खत्म होने पर अक्सर गोताखोर मारे जाते हैं.

विलक्षण लम्हा
गोताखोरों के ग्रुप की अगुवाई कर रहे German गोताखोर Robert Shmitner के मुताबिक, "इस विशालकाय Sac Actun सिस्टम को खोजने में मैंने 14 साल बिताए. अब यह हर किसी की जिम्मेदारी है कि वे इसकी हिफाजत करें."

नीचे छुपा रहस्य
Maxico के युकातान में ही सेनोते नामकी Cave भी है. Touristers में खासी Popular यह गुफा साक आक्तुन सिस्टम से जुड़ी हैं. अब सेनोते में डुबकी लगाने वाले लोगों को पता चलेगा इस पानी के नीचे कितनी खूबसूरत दुनिया है.

आकार में सबसे बड़ी Cave
वैसे आकार के लिहाज से दुनिया की सबसे बड़ी Cave अमेरिका में हैं. Mammoth Cave कही जाने वाली वह Cave 650 किलोमीटर लंबी है.

क्या आप प्लास्टिक खाते हैं ?

टायर बने परेशानी, पर्यावरण में सबसे ज्यादा माइक्रोप्लास्टिक ?

इंसान Plastic से बुरी तरह घिर चुका है। वह Plastic खा रहा है, पी भी रहा है और पहन भी रहा है. कहां कहां मौजूद है, अतिसूक्ष्म यानी Micro Plastic -

1-रोज़ सुबह Toothpaste से मुंह में
5 mm से कम परिधि वाले Plastic के कणों को Micro-Plastic कहा जाता है। Plastic के ये बारीक कण हर जगह मौजूद हैं सुबह सुबह Toothpaste के साथ ही Micro-Plastic सीधे इंसान के मुंह में पहुंचता है।

2-Cosmetics में
Makeup के सामान,Cream, क्लीनजिंग मिल्क और टोनर में भी Micro-Plastic मौजूद है। घर की सीवेज सिस्टम से बहते हुए यह Micro-Plastic नदी और समुद्र तक पहुँचता है।
3-Fish में
पानी में घूमता हुआ Micro-Plastic मछलियों की पेट तक पहुंचता है। मछली के साथ ही दूसरे सी खाने में भी माइक्रोप्लास्टिक मिल रहा है 2017 के एक रिपोर्ट के अनुसार Indonesia और California की 25 प्रतिशत समुद्री मछली में Plastic मिले। आहार चक्र के माध्यम से यह मनुष्य पहुंचता है।

4 -नमक में
दुनिया में ज्यादातर नमक की आपूर्ति से समुद्री पानी होता है। समुद्रों में बुरी तरह Plastic घुल चुका है। हर साल 12 लाख टन Plastic महासागर तक पहुंच रहा है नमक के साथ यह Micro-Plastic हर किसी के रसोईघर में पहुंचता है।

5-पीने के पानी में
दुनियाभर में नल के माध्यम से सप्लाई होने वाले पीने के पानी में 80 प्रतिशत Samples में माइक्रो Plastic मिला है। वैज्ञानिकों के मुताबिक नल के पानी में Plastic का इतनी मात्रा का  मिलना बताता है कि Plastic हर जगह व्याप्त हो चुका है। इसी पानी का उपयोग खाना बनाने और पशुओं  की  प्यास बुझाने के लिए भी किया जाता है।

6-कपड़े में
Synthetic Textile  से कपड़ों को जब भी धोया जाता है, तब से उनको बहुत अधिक माइक्रो Plastic निकलता है। Research में पता चली  कि 6  किलोग्राम कपड़े धोने पर 7,00,000 से अधिक Micro-Plastic रेशे कण  निकलते हैं। महासागरों में 35 % माइक्रोप्लास्टिक सिथैन्टिक टेक्सास से ही पहुंच है।

7-शहद में भी
जल और जलीय जीवों के साथ ही वैज्ञानिकों को Honey जैसी  चीजों में  भी माइक्रोप्लास्टिक कण पाये गये हैं। हाल ही में यूरोपीय संघ ने  Plastic के खिलाफ बनायी रणनीति में यह बात साफ है कि Honey  में माइक्रोप्लास्टिक की अच्छी खासी मात्रा मौजूद है।

8-Tyres बने परेशानी
पर्यावरण में सबसे ज्यादा माइक्रोप्लास्टिक Tyres द्वारा फैलता  है। सड़क पर घिसते Tyres  बहुत ही माइक्रो Plastic  छोडते हैं जो  पानी और हवा के संपर्क में आते ही यह हर जगह पहुंच जाते हैं।  

पीरियड में सेक्स सही या गलत है?

 एक अध्ययन में 500 लोगों पर हुई रिसर्च में 55% लोगों ने शोधकर्ताओं से कहा कि Periods  में Sex  करना  बिल्कुल सहज लगा। इनका कहना है कि उन्हें कोई समस्या महसूस नहीं हुई।

हालांकि 45 % लोगों ने  इसे ठीक नहीं माना। Periods के दौरान Sex  के बारे में कई तरह की Study  हुई हैं। इन स्टडीज के हवाले से शोधकर्ताओं का कहना है कि 45 प्रतिशत महिलाये  Periods के दौरान स्वयं को अधिक उत्तेजित महसूस करती हैं।

इतने स्टडी के बावजूद शोधकर्ता कुछ भी स्पष्ट रूप से कहने की स्थिति में नहीं हैं। Periods के दौरान हर महिला का अलग अलग इच्छा का  होना है.  कुछ महिलाएं इस दौरान आराम करना चाहता हैं.

University Of California में स्त्री रोग विशेषज्ञ रचेल न्यूमन कहा, '' जब आप संबंध बनाते हैं तो शरीर से Oxytocin Harmone  निकलता है और यही हार्मोन प्रसव के दौरान भी निकलता है इस तरह से यह बात जोर से मिलती है कि इन Activities से मरोड़ में राहत मिलती है। ''

उन्होंने आगे कहा, '' यदि आप सफल हो रहे हैं तो आपको अतिरिक्त ऑर्गेज़्म (यौन सुख) मिलेंगे तो आपका शरीर और Relex  महसूस होगा। इससे दर्द और मरोड़ से ध्यान हटता है। ''

पीरियड-ट्रैकिंग ऐप क्लू में साइंस रिसर्चर अमा द्रुएत का कहना है कि मरोड़ से दर्द महसूस करना और असहज होना आम बात है। ऑर्गेज़म के दौरान निकलने वाली इंड्रोफिन्स हार्मोनस से Period  के दौरान मरोड़ से राहत मिलती है। हालांकि सबके साथ ऐसा नहीं है।

Periods  में Sex  की एक बात तो सबके लिए सही है। इस दौरान सभी के लिए सबसे ज्यादा लूब्रिकेटेड सेक्स होता है Period  में ख़ास रूप से Bath Sex करना अच्छा हो सकता है क्योकि Bath  Time  में किसी तरह से  गंदा होने खतरा नहीं  रहता।

Periods  में Sex  के बारे में अधिकतर लोगों की अव्यवस्था गंदगी के कारण होता है ज़ाहिर है Periods में महिलाओं की Private Part से होने वाला स्राव सामान्य बात है।

Sex  से Bleeding में Periods कम हो सकता है। जो महिलाओं के बीच पीरियड के दौरान नियमित रूप से Sex करता है, उनकी Period  का समय छोटा होता है। ''

 Periods  के दौरान सेक्स को बिल्कुल आसान बनाते रहना चाहिए यदि आप इस दौरान अधिक प्रयोग करते हैं तो आपका बच्चा किसी क्रिम सीन की तरह लग सकता है।

 Sex  के विषय में  सब लोगों  अपने अपने निजी मत  हैं. 

क्या Daily Sex करने से कम होता है तनाव?

जब आप कामुकता से भरे होते हैं तो शरीर से Oxytocin Hormone का स्तर बढ़ जाता है और बॉडी में  Blood Circulation  तेज़ होने लगता है। 
Oxytocin  हॉर्मोन को सामान्य तौर पर 'Love ' या 'आलिंगन' Harmone  कहते हैं। यह मानसिक तनाव कम कर सकता है.


यह कोई आश्चर्यजनक बात नहीं है कि 2006 में एक किताब 2,600 महिलाओं के बीच हस्तमैथुन के लिए खोज की थी इनमें से 39 % महिलाओं ने कहा कि उन्हें हस्तमैथुन के बाद राहत मिली।

एक रिसर्च से बात साबित हुई है कि Sex  करने से मानसिक तनाव कम हो जाता है ऐसा इसलिए है कि Sex  के दौरान Body  से तनाव पैदा करने वाले हार्मोन कम  निकलते हैं। 

जब ऐसा होता है तो Skin  चमकने लगती है  और मुहंसों की आशंका कम हो जाती है। हालांकि कई लोग इस तर्क से सहमत नहीं हैं  ये बात पक्की है कि Sex  से Skin  को सुंदर बनाने और तनाव को कम करने में मदद मिलेगी। 

Kiss करते हो तो ये भी जान लो?

बहुत  लोगों को ये पता नहीं होगा कि एक Kiss ज़रा सा लंबा खिंच जाए तो Bacteria की एक घनी आबादी  सामने वाले के मुंह में चली जाती है.

10 सेकेंड के एक Kiss के दौरान 8 करोड़ Bacteria एक-दूसरे के मुंह में चले जाते हैं. ये बात किसी आशिक ने नहीं, Netherland के वैज्ञानिकों ने कही है. इन वैज्ञानिकों ने 21 Couples के Kissing पर रखी निगरानी में पाया गया कि जो लोग दिन भर में 9 बार एक-दूसरे का किस लेते हैं, उनमें लार के ज़रिए Bacteria  Transfer होने की संभावना ज़्यादा होती है. Study के मुताबिक़, इंसान के मुंह में 700 प्रकार के Bacteria करोड़ों की संख्या में मौजूद होते हैं, लेकिन इनमें से कुछ ही ज़्यादा तेज़ी से ट्रांसफर होते हैं.

Dutch वैज्ञानिकों की ये स्टडी Journal Microbiom में साल 2014 में छपी थी.

नीदरलैंड आर्गेनाइज़ेशन फ़ॉर एप्लाइड साइंटिफ़िक रिसर्च (टीएनओ) के एक दल ने एक Couples से Kissing Habbit को लेकर कई सवाल पूछे. इनमें अहम सवाल थे कि बीते साल उन्होंने कितनी बार एक-दूसरे का Kiss लिया और आख़िरी बार Locked Lips वाली Kiss कब की थी.

वैज्ञानिकों ने इन Couple के जीभ और लार का Sample पहले लिया और उसके बाद 10 सेकंड के Kissing के बाद का Sample लिया. इसके बाद एक Partner को Pro-Biotic Drink पीने को दिया गया, जिसकी मदद से आसानी से बैक्टीरिया की पहचान संभव है.
इसके बाद Couple के दूसरे Kiss के दौरान वैज्ञानिक यह पता लगा पाते हैं कि कितना Bacteria दूसरे पार्टनर के मुंह में पहुंचा है- एक 10 सेकंड के चुंबन के बाद क़रीब 8 करोड़ Bacteria ट्रांसफर हो जाते हैं.

इस टीम के प्रमुख Professor रेमको कोर्ट बताते हैं, "French Kissing के जरिए Bacteria बड़ी तेज़ी से और बड़ी संख्या में एक के मुंह से दूसरे के मुंह में पहुंच जाते हैं."

 ऐसे अध्ययन से बैक्टीरिया जनित समस्याओं का इलाज तलाशने में मदद मिलेगी. Dutch वैज्ञानिकों ने ये अध्ययन एमस्टर्डम स्थित बैक्टीरिया के दुनिया के पहले म्यूज़ियम के सहयोग से किया था.

अब ऐसे होगा 'इस्लामिक स्टेट' का खात्मा?


Britain की सरकार ने एक ऐसा Softaware बनाया है जो जिहादी प्रौपेगेंडा की पहचान कर उसे Block कर देगा. इस तरह के Tool की पहले काफी आलोचना हो चुकी है. आलोचकों का कहना है कि यह 'Open' इंटरनेट के ख़िलाफ़ है. उनका ये भी कहना है कि ये वैसे भी Video को Ban कर देगा जो इस तरह के मुद्दों पर बात करेगा.

Social Media पर इस्लामिक स्टेट के Post किए गए हज़ारों घंटों के Videos को इस Software में Feed किया गया है ताकि यह ऐसे Content को पहचान सके.

Softaware बनाने  के लिए सरकार ने London की Artificial Intelligenc  Company ASI Data Science को करीब 5.3 करोड़ रुपये दिए हैं. ASI Data Science का कहना है कि इनका Software इस्लामिक स्टेट की 94 फीसदी Online Activities का पता लगा सकता है.  यह काम 99.995 फीसदी दक्षता से करने में सक्षम है. जिस Content पर Software को संदेह या उसे पहचानने में दिक्कत होगी, उसे इंसानी फ़ैसले के लिए छोड़ दिया जाएगा.

Software का Algorithm इस्लामिक स्टेट की Activities को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है.

Silicon Velley में  गृह मंत्री  ने कहा किSoftware का निर्माण चरमपंथी गतिविधियों पर सरकार के रोक लगाने के फैसले की ओर एक कदम है. "यह एक बेहद ठोस उदाहरण है कि आपको आपकी जरूरत की सूचनाएं मिल सके और यह तय किया जा सके कि ये ऑनलाइन नहीं हों."

"इसके लिए ये तकनीक है. कई ऐसे Tools हैं जिसकी हम लोग मांग कर रहे थे. छोटी कंपनियों के लिए ये मददगार साबित हो सकती है."

सिलिकन वैली की बड़ी कंपनियां जैसे Facebook और Google इस तरह के Content खुद छांटती हैं, जबकि छोटी कंपनियों के पास संसाधनों का अभाव होता है. यह Software ऐसी ही छोटी कंपनियों को ध्यान में रखकर बनाया गया है. एक दिन इन्हें इसके इस्तेमाल के लिए विवश किया जा सकता है.

चरमपंथी गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए America, Britain सहित कई देशों की सरकार, Facebook, Google और Twitter जैसी कंपनियां बीते  साथ आई थीं और इसे "The Global Internet Forum" का नाम दिया गया था.

हालांकि चुनौती यह पता लगाना है कि जिदाही इंटरनेट के अब किस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करेंगे.

ब्रिटेन के अनुमान के मुताबिक बीते साल जुलाई से दिसंबर के बीच करीब 150 वेबसाइटों पर चरमपंथ से संबंधित Content Post किए गए थे. इससे पहले इसका इस्तेमाल इस तरह से नहीं किया गया था.

Thursday 15 February 2018

कजरारे नैनों वाली प्रिया प्रकाश कैसे हुई हिट ?


Social Media पर एक Video Viral हो रहा है, जिसमें एक स्कूली छात्रा और छात्र आंखों के ज़रिए एक-दूजे से दिल की बातें कर रहे हैं. ये Video एक गाने का छोटा सा हिस्सा है. इस Video में जो लड़की नज़र आ रही हैं, वो मलयालम Actress Priya Prakash Variya है.
लोग Priya Prakash की Pictures को Facebook, Twitter और Whatsapp पर Share कर रहे हैं. कुछ लड़के तस्वीर देखकर खुद के सख्त होने लेकिन पिघलने की बात लिख रहे हैं.

ये Video मलयालम फिल्म "Oru Adaar Love" के गाने का एक हिस्सा है. ये फिल्म School में हुई मुहब्बतों की Story है. Film इस साल रिलीज़ होगी. फिल्म के Director उमर लुलु हैं. Misician शान रहमान का दिया हुआ है.

Film में काम करने वाले ज़्यादातर कलाकार नए हैं. Priya Prakash वाला Video का हिस्सा 'मानिक्या मलराया पूवी' गाने से लिया गया है. Video में नज़र आए दूसरे कलाकार रोशन अब्दुल रहूफ हैं.

Social Media पर Priya Prakash की इतनी तारीफ हुई कि उन्होंने भी Instagram पर Video शेयर करते हुए लिखा- आपके प्यार और साथ के लिए शुक्रिया.

प्रिया Kerela से हैं और फिलहाल Graduation की पढ़ाई कर रही है.

Condom से क्या-क्या काम कर सकते हैं?


Internatioal Condom  Day पर जानिए सुरक्षित यौन संबंधों के लिए ज़रूरी ये उत्पाद और क्या-क्या कमाल कर सकता है?

Condom शब्द  सुनते ही आते लोग  Sex के बारे में सोचने लगते हैं. Population Control के लिए और Safe Physical Relations के लिए  कंडोम का इस्तेमाल होना एक आम बात है। लेकिन इन कामों के अलावा भी हम Condom को दूसरे कामों में भी इस्तेमाल कर सकते हैं.

कुछ Idea अजीब लगेंगे लेकिन इन सभी को आज़माया जा चुका है.  इनमें से कुछ आप आज़मा सकते हैं. कंडोम काफ़ी काम आ सकते हैं.
--अगर आप कभी ऐसी जगह  फंस जाए और आपके पास पानी  भरने के लिए Bottle भी न हो तो ऐसे हालातों में Condom हो उसमें पानी इकट्ठा किया जा सकता है. एक Condom में दो लीटर तक पानी Store कर सकते हैं. ये मुश्किल वक़्त में आपके काम आ सकता है.

--Toilet में कुछ सामान गिर जाए तो उससे निकालना बहुत बड़ा Challenge बन जाता है. यहां भी Condom को हाथ में पहनकर आप Toilet  के अंदर हाथ डाल सकते हैं. 

--कभी बारिश Mobile  या Watch  को भीगने  से बचाने के लिए आप Condom  में मोबाइल या वाच को Safe रख सकते हैं बैग हो या पॉकेट कहीं भी उसे पानी से पूरी तरह नहीं बचाया जा सकता है. Condom को कलाई पर ही घड़ी के ऊपर लपेट सकते हैं.

--Condom को आग जलाने में भी इस्तेमाल कर सकते हैं ये तेजी से आग पकड़ता है. अगर आप कहीं जंगल में फंस गए हैं और आपके पास माचिस या लाइटर और Condom है तो आप इसका फायदा उठा सकते हैं. अगर आप आग के जरिये खुद को बचाना चाहते हैं और बड़ी आग के लिए कुछ नहीं है तो Condom जलाकर आप ऐसा कर सकते हैं. Condom तुरंत आग पकड़ता है और इससे आप बड़ी आग जला सकते हैं.

--अगर Road पर पानी भरा हो और आपको निकलना हो तो जूते और पैर भीगने के डर से आप ठहर जाते हैं लेकिन Condom उस वक्त जुराबों का काम कर सकता है. ऐसी जुराबें जो आपके पैरों को भीगने से बचा लें. Condom को पैरों में पहन लीजिए. इसके बाद पानी में उतरने पर आपके पूरे जूते जरूर भीग जाएंगे लेकिन पैरों पर एक बूंद पानी भी नहीं लगेगा. इससे आपको पैरों में गीलापन नहीं महसूस होगा.
--Condom से मज़ेदार खाना बना सकते हैं, कंडोम के इस्तेमाल से आप स्वादिष्ट मीट बना सकते हैं. इसके लिए Condom में मीट डालें और उसे पानी में उबाल लें. इस बात का ध्यान जरूर रखें कि तापमान 100 डिग्री फेरेनहाइट तक ही हो वरना Condom फट जाएगा. इस  स्वादिष्ट खाने को आप  ख़ुद भी महसूस कर सकते हैं.
--Condom से Cold Pack बनाना बहुत आसान है. इसके लिए Condom में पानी भरकर उसे कसकर बांध दीजिए और फिर Freezer में रख दीजिए. कुछ घंटों के बाद आपको एक आइसपैक मिलेगा जिससे आप दर्द की जगह सिकाई कर सकते हैं.

--कई लोग Condom का इस्तेमाल Drugs छुपाने के लिए भी करते हैं. वो Condom में Drugs रखकर उसे निगल जाते हैं. इससे Body के अंदर Drugs में पानी या कुछ और नहीं जा पाता. Drugs कंडोम में सुरक्षित रहते हैं. बाद में वो लोग Condom को बाहर निकाल लेते हैं. जिनको ये जानकारी होती है वो ही ये काम कर पाते हैं.

पाया गया सबसे बड़ा हीरा?

Africa देश के  सिएरा लीओन के एक गाँव में दुनिया का सबसे बड़ा Diamond  पाया गया है ये Diamond मजदूरों को एक खुदाई के दौरान मिला ये हीरा लगभग 709 केरेट का माना जा रहा है और आकार में बड़ा भी है. 
आप लोगों ने इतना बड़ा हीरा कभी देखा नहीं होगा. जिस  गाँव के लोगो को ये हीरा मिला है तब से लोगो की ख़ुशी का ठिकाना नहीं, ये लोग उम्मीद कर रहे हैं कि उनकी जिन्दगी में कुछ बेहतरी के लिए काम किया जायेगा. 

जिस दिन ये हीरा मिला पूरे गाँव के लिए खास दिन बन गया. ये हीरा 709  केरेट का है. हमारी मुट्ठी जितना बड़ा है नीलामी में इस Diamond  की कीमत लगभग 42 करोड़ रूपये लगायी गई है. 

ये बिना तराशे हुई Diamond  की कीमत है. जिस गाँव में ये हीरा मिला है उस गाँव के हालात बहुत ख़राब हैं भुखमरी फैली हुई है. इसीलिए यहाँ के लोगों को उम्मीद है कि गाँव इस की बेहतरी के लिए Diamond  की कीमत का कुछ हिस्सा खर्च किया जायेगा.

Australia में कैसे बना पहला Gurudwara ?


Australia में 1968 में बना पहला Gurudwara है. Australia में सिखों की आगमन की Story  करीब 150 साल पुरानी है. वूलगूलगा/ WOOL GOOLGA  स्थित  इस Gurudware के बारे में बताते हैं- 

Thakur Singh ने साल 1901 में दो साथियों के साथ Jalandhar  से Australia  जाने का फ़ैसला किया था. Thakur Singh  और उनके दो साथी जब Australia जाने के लिए बंदरगाह गये तो महासागर देखकर एक साथी के हाथ पांव फूल गये और वो डर कर  वापस लौट गया. लेकिन Thakur Singh  दूसरे साथी के साथ Australia पहुंच गए.

लोग भारत से सबसे पहले Western Side पर स्थित Perth  City पहुंचते थे और उसके बाद ज़मीन या जहाज़ के रास्ते सफ़र करते थे.

Rashmir Bhatti  और वर्न ए डुसेनबेरी ने Australia, खासकर वूलगूलगा में, सिखों के बसने पर किताब लिखी है. किताब का नाम है 'A Punjabi Sikh Community In Australia' और  'फ्रॉम सोजर्नर्स टू सेटलेर्स.' हैं.

किताब के मुताबिक जब British Army में तैनात सिख सैनिक सिंगापुर और हांगकांग जैसे दक्षिण एशियाई देशों में गए तो उन्हें Australia  जैसे देशों में काम के बारे में पता चला. जल्द ही बात पंजाब के गावों में फैल गई. 19वीं शताब्दी के आखिरी सालों में जब सिख Australia पहुंचने लगे तो वहां माहौल एशियाई लोगों के ख़िलाफ़ था. गोरे  Australian  लोगों को डर था कि बाहरी लोग उनकी नौकरियां, उनका काम ले लेंगे.

Bharat से आने वाले ये Punjabi लोग अनजान Community  के बीच बहुत  मुश्किल हालातों  में काम करते और रहते  थे.

भारत में British राज के कारण कई लोग अंग्रेज़ी भाषा के बारे में थोड़ा बहुत ज्ञान जानते थे.

ये लोग कुछ साल Australia के गन्ने, भुट्टों, केले के खेतों आदि जगहों में काम करते और फिर पैसे कमाकर वापस भारत लौट जाते. और फिर वापस Australia आ जाते. भारत और Australia दोनों पर ब्रिटेन का शासन था इसलिए आने-जाने में परेशानी नहीं थी.

भारत से आने वाले लोगों को 'Hindus ' कहा जाता था. किताब के अनुसार साल 1897 तक Australia के क्लेरेंस, रिचमेंड और ट्वीड ज़िलों में 521 हिंदू रहते थे.

वूलगूलगा-कॉफ़्स हार्बर में रहने वाला पंजाबी सिख समुदाय इन्हीं का वंशज है.

Australia में बाहरी लोगों का डर इतना बढ़ा कि साल 1901 में इमिग्रेशन रिस्ट्रिक्शन ऐक्ट कानून पास हुआ. इसे व्हाइट Australia नीति के नाम से जाना जाता है, यानी क़ानूनन Australia में Asian लोगों के आने पर Ban  लग गया.

किताब के मुताबिक British अधिकारियों को चिंता थी कि अगर Australia में भारतीयों के ख़िलाफ़ खुला भेदभाव हुआ तो असर British  और भारतीयों के बीच संबंधों पर पड़ेगा.


जब पंजाबी लोगों को लगा कि महिलाओं के लिए ये जगह Safe  है तो वो परिवारों को भी Punjab  से साथ लाने लगे. Australia के पहले गुरुद्वारे के पीछे 1967 की एक घटना है.

Australia  के 'Mini Punjab ' WOOL GOOLGA में आपको  दूर से गुरुद्वारे का चमकता हुआ गुंबद नज़र आ जाएगा. ग्रिल से घिरे गुरुद्वारे के बाहर सफ़ेद बोर्ड पर अंग्रेज़ी में लिखा है- 3 जनवरी 1970 को सबसे पहले खुला. ये है वूलगूलगा का दूसरा गुरुद्वारा.

पहला गुरुद्वारा बनने के 50 साल पूरा होने के उपलक्ष्य में अब नज़दीक ही तीसरा गुरुद्वारा बन रहा है जिस पर काम करने के लिए कारीगर पंजाब से आए हैं. Punjab  से आए सिखों आज काफी धन संपत्ति वाले लोग हैं। 

Punjab  से आने वाले लोग दिलों में पंजाब हमेशा के लिए बसा है.

पाकिस्तान में 'पैडमैन' बैन क्यों हुई ?

Pakistan के फ़ेडरल सेंसर बोर्ड को इस भारतीय फ़िल्म के विषय यानी माहवारी से इतनी दिक्कत थी उसने फ़िल्म रिलीज़ करने की अनुमति तो दूर, इसे देखने की ज़हमत भी नहीं उठाई.

Pakinstani सेंसर बोर्ड ने माहवारी धर्म और सैनिटरी Napkins जैसे सामाजिक मुद्दों पर बनी Bollywood  फ़िल्म 'Padman' के बारे में कहा है कि - "हम इस तरह के विषयों पर बनी फ़िल्मों की Screening की अनुमति नहीं दे सकते. ये हमारे सिनेमा, धर्म, समाज और संस्कृति का हिस्सा नहीं है".  
सेंसर बोर्ड के फ़ैसले से Pakistan की जनता, विशेषतर  वहां की महिलाएं इस बात से बेहद नाराज हैं. अपना गुस्सा  Facebook  और Twitter पर खुलकर  ज़ाहिर कर रही हैं. विरोध के तौर पर वो औरतों से Social Media  पर पीरियड्स के बारे में लिखने को कह रही हैं.

Lawyer शुमाइला हुसैन भी इन नाराज़ महिलाओँ में से एक हैं. उन्होंने कहा कि फ़िल्म को Ban  करना तो ग़लत है ही, उससे भी ज़्यादा ग़लत ये है कि सेंसर बोर्ड ने फ़िल्म देखी तक नहीं. उन्होंने कहा, फ़िल्म को Ban  करके शायद वो दुनिया को ये बताना चाहते हैं कि मुसलमान औरतें इतनी पवित्र हैं कि उन्हें Periods  नहीं होते."

शुमैला कहती हैं, "अगर मर्दों को Periods होते तो इसे मर्दानगी की निशानी माना जाता. लोग इसके बारे में शान से बात करते लेकिन चूंकि ये सिर्फ औरतों को होते हैं तो ये 'Taboo Subject ' हो गया."

पाकिस्तान के 'Girls At Dhabas' नाम के एक Group ने भी एक Facebook पोस्ट में सेंसर बोर्ड को जमकर लताड़ा है.

उन्होंने हाथ में पैड लिए एक लड़की की तस्वीर पोस्ट की है और साथ में लिखा है: "हैलो सेंसर बोर्ड! मुसलमान औरतों को Periods होते हैं. जो मुसलमान नहीं हैं, उन औरतों को भी Periods होते हैं. 'Padman' में कुछ भी ऐसा नहीं है जो हमारे इस्लामिक परंपराओं के ख़िलाफ़ हो. फ़िल्म Ban करके आप औरतों से कह रहे हैं कि आपके मासिक धर्म का ख़ून शर्मनाक है. 
Pakistani Social Media पर लेडीज से अपील की जा रही है कि महिलाएं अपने Periods  से जुड़ी सारी समस्याएं Share करें. कब आपको Periods  के लिए शर्मिंदा किया गया, कब-कब आप रूढ़िवादी सोच से लड़ीं और किस तरह जीतकर निकलीं." आप Periods  में दर्द होने पर क्या करती हैं? और Life  में होने वाली गड़बड़ के लिए कब-कब Periods को ज़िम्मेदार ठहराती हैं. ये सब बताइए, हम आपको सुनना चाहते हैं.

Mahira Khan और Sanaa Iqbaal  जैसे पाकिस्तान के जानेमाने लोग भी सेंसर बोर्ड के इस फ़ैसले के विरोध में उतर आए हैं.

Pakistan की मशहूर पत्रकार मेहर तरार ने भी Tweet करके कहा कि पाकिस्तान में 'Padman ' का समर्थन किया जाना चाहिए.

उन्होंने लिखा, "Padman पर लगे Ban के ख़िलाफ़ पाकिस्तानी Actresses, पत्रकार और कार्यकर्ता आवाज़ उठा रहे हैं. ये अच्छा कदम है."

'Padman' गरीब महिलाओं के लिए सस्ते सैनिटरी नैपकिन बनाने वाले सामाजिक कार्यकर्ता अरुणाचलम मुरुगनाथम के जीवन पर आधारित है. Padman Film  में Akshya Kumar, Radhika Apte  और Sonam Kapoor  प्रमुख भूमिका में हैं.