Tuesday, 6 February 2018

क्या है मोसाद (Mossad)?

Israeli Secret Agency : Mossad



International Politics में ख़ुफ़िया एजेंसी का क्या मतलब होता है, तो आपको Israel और उसकी ख़ुफ़िया एजेंसी Mossad का इतिहास जरुर जानना चाहिए कि कोई एक ख़ुफ़िया सूचना किसी देश को युद्ध में जिता सकती भी है और हरा भी सकती है. 



आधुनिक इजराइल के निर्माण में ख़ुफ़िया एजेंसी का क्या योगदान है ?

Israel की स्थापना 1948 में हुई थी इसकी आज़ादी से पहले ही कई सैनिक संगठनों का गठन किया गया था और उनकी ख़ुफ़िया एजेंसीज भी बनाई गयीं थीं. इन्ही में से एक सैनिक संगठन Haganah की ख़ुफ़िया एजेंसी का नाम Shai था.  Shai की स्थापना 1940 में हुई 1948 में इजराइल की इसी Shai का नाम मोसाद Mossad पड़ा. Israel में तीन ख़ुफ़िया एजेंसी हैं मोस्साद का काम Covert Operation और विदेशों में ख़ुफ़िया जानकारियां हासिल करना है जिससे इजराइल के राष्ट्रीय हित सेफ रहें. 

मोस्साद की स्थापना 1949 में की गयी ये दुनिया की सबसे बड़ी ओर तेज़  ख़ुफ़िया एजेंसी है, देशों की ख़ुफ़िया एजेंसीज भी इससे सम्बन्ध रखना चाहती हैं. मोसाद के जासूसों की अपने देश के प्रति बहुत बड़ी निष्ठा होती है, वो जान दे सकते हैं लेकिन देश से गद्दारी कभी नहीं कर सकते हैं। मोसाद कभी अपने दुश्मनो माफ़ नहीं करता. मोसाद में लेडीज जासूसों का भी एक दस्ता है. 

सन 1969 में इराक की राजधानी बगदाद में इजराइल के दो जासूसों को फांसी पर लटका दिया गया था. 

सन 1967 में इजराइल और अरब देशों के बीच “Six Day War” हुआ था इजराइल की जीत में मोसाद का बहुत बड़ा हाथ था. 




एक बार सन 1961 से 1965 के बीच इजराइल का एक Eli Cohen नामक जासूस सीरिया में रक्षा मंत्रालय में मुख्य सलाहकार बन गया था बाद में पकडे जाने पर 1965 में सरिया की सरकार ने इस जासूस को फांसी पर चढ़ा दिया था.

No comments:

Post a Comment