Wednesday 7 March 2018

Smoking से होने वाली मौत में बढ़ोत्तरी?


“San Francisco के California  University के अध्ययनकर्ता संजय बसु ने भविष्य में तपेदिक/tuberculosis की दर पर smoking का प्रभाव ज्ञात करने के लिए गणित के एक मॉडल का इस्तेमाल किया था. इसमें पता चला कि smoking करने से 2010 से 2050 के बीच तपेदिक/tuberculosis से होने वाली मौतों की संख्या में 4 करोड़ की वृद्धि हो सकती है”

साल 2050 तक smoking से होने वाली मौतों में 4 करोड़ की बढ़ोतरी हो सकती है. एक study के मुताबिक तपेदिक रोगियों के smoking करने से यह खतरा पैदा हुआ है. जब smoking करने वालों में तपेदिक/ tuberculosis की बीमारी विकसित हो जाती है तो उनकी मौत का खतरा बढ़ जाता है. 

Research में पता चला है कि अकेला धूम्रपान तपेदिक से होने वाली मौत को 1990 की तुलना में 2015 तक आधा करने के लक्ष्य को घटा सकता है. सैन फ्रांसिस्को के कैलीफोर्निया विश्वविद्यालय के अध्ययनकर्ता संजय बसु ने भविष्य में तपेदिक/ tuberculosis की दर पर smoking का प्रभाव ज्ञात करने के लिए mathematics के एक model का इस्तेमाल किया था. इसमें पता चला कि smoking करने से 2010 से 2050 के बीच तपेदिक/ tuberculosis से होने वाली मौतों की संख्या में 4 करोड़ की वृद्धि हो सकती है.

इन चार दशकों में तपेदिक/ tuberculosis से 6.1 करोड़ से लेकर 10.1 करोड़ तक मौतें होने का अनुमान है. Study में यह भी पता चला है कि यदि smoking इसी तरह जारी रहा तो तपेदिक/ tuberculosis के मामलों की संख्या 25.6 करोड़ से बढ़कर 27.4 करोड़ हो सकती है. इस तरह कुल 1.8 करोड़ मामले बढऩे का खतरा है.  यदि तम्बाकू/ tobacoo युक्त धूम्रपान कम हो तो साल 2050 तक तपेदिक से होने वाली मौतों में 2.7 करोड़ की कमी हो सकती है. गौरतलब है कि दुनिया की आबादी का पांचवा हिस्सा धूम्रपान करता है और तपेदिक के मरीजों की अधिकता वाले देशों में ज्यादा लोग सिगरेट पीते हैं.

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